रिश्ते
रिश्ते
उलझते
सुलझते
बिखरते
संवरते
टटोलते
समा जाते
गम देते
खुशी देते
दूर होते
पास आते
तकलीफ पहुंचाते
मरहम लगाते
टीस देते
धीर देते
अच्छे या बुरे
रिश्ते तो हैं रिश्ते
इंसान हों ना हों
रिश्ते सदा ही रहते।।
विधु गर्ग
रिश्ते
रिश्ते
उलझते
सुलझते
बिखरते
संवरते
टटोलते
समा जाते
गम देते
खुशी देते
दूर होते
पास आते
तकलीफ पहुंचाते
मरहम लगाते
टीस देते
धीर देते
अच्छे या बुरे
रिश्ते तो हैं रिश्ते
इंसान हों ना हों
रिश्ते सदा ही रहते।।
विधु गर्ग
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