आस्था की गंगा
भावनाओं की यमुना
ज्ञान की सरस्वती
मिल त्रिवेणी-संगम हो जाता
ऋषि – मुनि
संत – महात्मा
भक्त नर-नारी
मिल अलौकिक समागम हो जाता
सूर्य का तेज
चंद्र की शीतलता
गुरु-प्रताप संग
मिल ग्रह-योग, कुंभ-महाकुंभ हो जाता
महाकुंभ
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